"खुद को स्वीकार करना बेहतर बनने का प्रयास नहीं रोकता है।"
– फ्लैनरी ओ'कॉनर के पत्र
यह मुझे अपनी खुशी की प्रोजेक्ट के विरोधाभासों में से एक की याद दिलाता है: मैं खुद को स्वीकार करना चाहता हूं, लेकिन खुद से भी अधिक उम्मीद करता हूं ।
* एक विचारशील पाठक ने मुझे इस लिंक को एक वीडियो में भेजा, जिसमें एक आठ महीने का बच्चा अपनी मां की आवाज सुन रहा था, जिसके बाद उसका कॉकलेर इम्प्लांट चालू हुआ।
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