मनुष्य के बाद से सबसे पुरानी बहस बहस कर रहे हैं कि क्या हमारी प्रजातियां अच्छे या बुरे हैं। इस बहस पर दार्शनिकों और धर्मशास्त्रियों का वर्चस्व रहा है, और हमारी कानूनी, आर्थिक और सामाजिक नीतियां इस जवाब पर गंभीर रूप से निर्भर हैं। अब तंत्रिका विज्ञान ने हमारे मानव स्वभाव पर नए सबूत प्रदान किए हैं। मेरे सहयोगियों और मैंने प्रयोगशाला और क्षेत्र में दस साल का शोध किया है कि ओक्सीटोसिन "नैतिक अणु" है। स्कॉटलैंड के एडीनबर्ग में टेड ग्लोबल में मेरे 2011 के टॉक में ऑक्सीटोसिन के साथ कैसे और क्यों घबरा गया?